निराशा और असफलता दूर करने के आसान तरीके
तेज रफ़्तार से गतिशील भागदौड़ वाली आज की जिंदगी में संतुलित प्रयास के अभाव में इच्छा के अनुरुप परिणाम न आना स्वाभाविक और सहज है,
सफलता और असफलता, आशा और निराशा तथा सुख और दुःख एक दूसरे के विपरीत होते हुए आपकी इच्छा और अनिच्छा से सीधे-सीधे सम्बन्ध रखते है।
इच्छा
के
अनुरुप
परिणाम
आशावादी
बनता
है
तथा
इच्छा
के
विपरीत
परिणाम
निराशावादी
दृष्टिकोण
के
साथ
असफलता
की
ओर
ले
जाता
है।
ऐसा तो कोई व्यक्ति नहीं है जिसके जीवन में सिर्फ खुशियां रह सके या सिर्फ गम। आपके साथ कभी न कभी ऐसा हुआ होगा कि आप एक्ससिटेमेंट के साथ किसी काम को अंजाम देने ही वाले थे लेकिन तभी आप ऐसा करने में असफल हो गए या फिर किन्हीं ऐसे हालातों से आपका सामना हो गया जिनके लिए आप तैयार ही नहीं थे।
समय
और शक्ति
का सही
सदुपयोग करे: कहते है समय और ऊर्जा का सही बैलेंस ही सफलता का पर्याय है, अर्थात अगर आप सही समय पर सही तरिके से अपनी पूरी ऊर्जा के साथ सही दिशा में प्रयास करते है तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। अगर लाइफ में असफलता और निराशा जैसी कठिनाइयों से आप जूझ रहे है तो इस बात पर अवश्य ध्यान दे की टाइम और लहरे किसी का इंतजार नहीं करती और एक बार खर्च की ऊर्जा भी पुनः वापस नहीं आती।
आप वीर हैं:
बचपन में चोट लग जाने पर शायद आपने बड़ो से सुना होगा कि आप तो वीर हैं और ये सुनते ही आप चोट को भूलकर मुस्कुराने लगे होंगे। किसी काम में मिलने वाली असफलता भी तो उसी चोट के समान है जो बचपन में मिला करती थी। अंतर सिर्फ उम्र का है और हौसला देने वाले शब्दों का। आज भी आप असफल होने के बाद, निराशा में गिरने के बाद फिर से खड़े हो सकते हैं और इसके लिए आपको वही शब्द खुद से कहने होंगे कि आप वीर है। फिर देखिये, आपके चेहरे पर हंसी भी आएगी और फिर से कोशिश करने का जज़्बा भी जाग जाएगा।
हार
से डर
कैसा: कई
बार
आपने
अपने
सपनों
को
पूरा
करने
की
जी-जान
से
कोशिश
की
लेकिन
आप
विफल
होते
चले
गए
और
अब
आपको
हारने से
डर लगने
लगा है
इसलिए आप
निराश होकर
बैठ गए।
निराश रह
कर आप
खुश नहीं
रह पाएंगे
और असफलता
के डर
के साथ
जीना आपके
लिए आसान
नहीं होगा।
निराश होकर
बैठने से
अच्छा तो
यही है
कि आप
फिर से
कोशिश करे
और इस
बार तब
तक निराश
ना हो
जब तक
आप सफल
ना हो
जाए। क्योंकि
आज तक
जितने भी
महान आविष्कारक
हुए हैं
उन्होंने खुद
को तब
तक निराश
होने की
इजाज़त नहीं
दी जब
तक वो
सफल नहीं
हो गए।
असफलता के कारण की तह तक जाने का प्रयास करे: यदि आप
कोई काम
कर रहे
है और
उसमे आपको
सफलता नहीं
मिल रही
है तो
आपको निराश
होने की
आवशयकता नहीं
है। आप
यह जानने
का प्रयास
करे कि
किस कारण
आपको सफलता
नहीं मिल
रही है।
अगर आपको
कारण का
पता चलता
है तो
ईमानदारी पूर्वक
उस दिशा
में भरपूर
प्रयास करे
सफलता अवश्य
ही आपके
चरण चूमेगी
इसमें कोई
शक नहीं
है।
अपनी क्षमता पर विश्वास रखे एवं अपने आप आप को काम न आंके: कभी कभी ऐसा
होता है
कि दुसरो
से अपनी
तुलना कर
हम अपनी
क्षमता को
कम कर
आंकने लगते
है। हर
व्यक्ति का
स्वाभाव और
उसकी क्षमता
अलग अलग
होती है।
हो सकता
है आपमें
जो काबिलियत
हो, वो
जिससे आप
अपनी चलता
कर रहे
हो, उसमे
नहीं हो,
अतः कभी
भी अपने
आप को
काम करके
न आंके,
ऐसा करने
से आप
नहीं चाहते
हुए भी
निराशा का
शिकार हो
जायेंगे।
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