कंप्यूटर रैम की पूरी जानकारी और उसके प्रकार
हमेशा की तरह आज फिर से हम आप लोगो को कुछ नया सिखाने के लिए पूरी तरह से उत्साहित है। इसलिए हम आज आप लोगो के लिए एक नया और अद्वितीय
टॉपिक
लेकर
आये
है
ताकि
आप
लोगो
को
हम
कुछ
नया
शिखा
सके
और
आप
लोगो
के
ज्ञान
का
भंडार
और
भी
उन्नत
हो
सके।
चलिए
आज
के
टॉपिक
के
बारे
में
जानते
है।
तो
आज
का
हमारा
टॉपिक
है
कंप्यूटर
रैम
क्या
होता
है,
रैम
की
विस्तार
जानकारी
और
प्रकार
हिंदी
में।
आप लोगों में से बहुत लोगों को ये लगता होगा की रैम हमारे मोबाइल या कंप्यूटर की स्पीड बढ़ाने के लिए है। इसलिए हम आज कुछ ऐसा लिखने वाले है जिसको पढ़ने के बाद और अच्छी तरह से समझने के बाद आप लोगो को समझ में आ जायेगा की वास्तव में रैम होता क्या है और ये किस तरह से काम करता है। आज के इस नए जमाने में हमे ये जानकारी रखना बहुत जरूरी है की रैम वास्तव में क्या है और इसका उपयोग क्या है क्योकि बहुत लोग ऐसे होते है जिन्हे इन सब चीज़ो के बारे में जानकारी नहीं होती जिसके कारण उन्हें बहुत समय बहुत सी मुसीबतों का सामना करना पड़ जाता है।
हम जब भी कोई नया मोबाइल फ़ोन या कंप्यूटर खरीदते है तब भी हमारा मोबाइल फ़ोन या कंप्यूटर की मेमोरी, हार्ड डिस्क, हार्डवेयर आदि के बारे में अच्छे ज्ञान का होना बहुत ज़रूरी है। ताकि हम हमेश अच्छी चीज़ो को पहचान सके। कभी कभी तो इन चीज़ो के बारे में जानकारी ना होने के कारण ही चीज़ो को चुनने में ही हम गलती कर बैठते है और ठग जाते है। तो आइये जान लेते है की रैम क्या है।
रैम की विस्तार जानकारी और प्रकार
आप लोगो ने बहुत बार नोटिस किया होगा की जब भी एक इंसान मोबाइल खरीदता है तब बहुत लोग उस इंसान से पूछते है रैम रैम कितना है। शायद सब लोगो को ये लगता है की हमारे मोबाइल फ़ोन में जितना ज्यादा रैम होगा, हमारे मोबाइल की स्पीड उतनी ही ज्यादा होगी। चलिए ठीक है मान लेते है की हमारे मोबाइल फ़ोन की स्पीड उस मोबाइल फ़ोन की रैम के ऊपर निर्भर करती है लेकिन क्या किसी ने ये सोचा है की क्यों एक मोबाइल फ़ोन की स्पीड उस मोबाइल फ़ोन में लगे रैम के ऊपर निर्भर होती है? आज इसी बात को साफ करने के लिए हम अपना ये लेख लेकर आये है।
रैम वास्तव में किसी मोबाइल फ़ोन या कंप्यूटर में लगाया हुआ एक मेमोरी है। रैम के बारे में आगे और कुछ बताने से पहले हम आपको मेमोरी के प्रकार और इस्तेमाल के बारे में बता देना चाहते है।
मोबाइल और कंप्यूटर में दो तरह के मेमोरी होते है। और वो दो मेमोरी है।
1. प्राथमिक स्मृति
2. दूसरी स्मृति
रैम वास्तव में एक प्राइमरी मेमोरी है। मोबाइल और कंप्यूटर में और एक मेमोरी होती है जिसका नाम है "रैम" रोम का पूरा नाम है "रीड ओनली मेमोरी"। रोम एक वो मेमोरी है जिसमे कंप्यूटर या मोबाइल के सारे डाटा स्टोर रहते है। जब हम अपना कंप्यूटर या मोबाइल फ़ोन शट डाउन या स्वीच ऑफ कर देते है तब भी वो सारे डाटा रोम में सुरक्षित जमा रहते है जिन्हे हम सेव करते है। या यु कहे की हम अपने मोबाइल फ़ोन में जो भी सेव करते है वो रोम में ही जाकर सेव होता है।
मोबाइल और कंप्यूटर में और एक चीज़ होती है उससे प्रोसेसर कहते है, जैसे की -ड्यूल कोर, काट कोर आदि। प्रोसेसर का क्या काम है ये कैसे काम करता है इसके बारे में अगर हम ऐसे ही बता देंगे तो सायद आपको उतना अच्छा समझ में ना आये इसलिए हम 1 उदाहरण के जरिये आपको समझाना चाहते है। क्योकि हम इतनी मेहनत करके जो भी लेख लिखते है, तो बस हम यही चाहते है की वो लेख आप लोगो के कुछ काम आये। और कोई लेख तो आपके काम तब आएगा न जब आपको वो लेख समझ में आएगा। इसलिए हम इस उदाहरण के जरिये आप लोगो को समझाना चाहते है तो आप लोग बस निचे दिए गए उदाहरण का थोड़ा ध्यान से पालन करे और रैम के उपयोग के बारे में सम्पूर्ण जानकारी हासिल कर लीजिये।
उदाहरण:
मान लीजिये आपको अपने मोबाइल फ़ोन में एक अप्प को खोलना है। जैसे की हम सब जानते है की की हमारे मोबाइल के सारे अप्प और डाटा रोम के अंदर सेव है। तो जब आप अपने मोबाइल फ़ोन में उस अप्प को खोलेंगे तो प्रोसेसर उस अप्प को रोम से लेकर उसको रैम में ट्रांसफर करेगा। और जब वो अप्प रैम में ट्रांसफर हो जायेगा तब आपके मोबाइल फ़ोन में वो अप्प खुल जायेंगे।
तो आप लोगों ने जाना कि रैम कैसे काम करता है आये अब ये भी जान लेते है की हमारे मोबाइल फ़ोन या कंप्यूटर की स्पीड किस तरह से उसके रैम के ऊपर निर्भर करती है।
हमारे मोबाइल फ़ोन या कंप्यूटर के सारे डाटा रोम के अंदर रहते है। और जब हम किसी चीज़ को खिलते है तो पहले रैम में आकर स्टोर होता है फिर ही वो खुलता है। तो जब हम एक के बाद एक कई सारे अप्प्स को खोलते है तो वो सारे अप्प्स रैम में स्टोर होते जाते है। और जब हमारे मोबाइल फ़ोन या कंप्यूटर का रैम फुल हो जाता है और हम किसी नए अप्प को खोलते है तो रैम में से कुछ अप्प को प्रोसेसर वापस रोम में भेज देता है।
जिस अप्प को हम खोलना चाहते है उस अप्प को प्रोसेसर रैम के अंदर ट्रांफर कर देता है। तब जाकर वो अप्प हमारे मोबाइल या कंप्यूटर में खुलता है। बार बार अप्प को ट्रांसफर करने की वजह से हमारे मोबाइल फ़ोन या कंप्यूटर की स्पीड धीमी हो जाती है अगर हमारा रैम ज्यादा रहता है तो प्रोसेसर को बार बार अप्प का रैम से लेकर रोम में ट्रांसफर करने की ज़रुरत नहीं पड़ती और यही वजह है की हमारे मोबाइल फ़ोन या कंप्यूटर का रैम जितना ज्यादा रहता है हमारे मोबाइल फ़ोन या कंप्यूटर की स्पीड उतनी ज्यादा होती है।
ऊपर के लेख में हमने आप लोगो को रैम के बारे में कुछ जानकारी देने का प्रयास किया है। उम्मीद करते है की आप लोगो को हमारा आज का ये लेख अच्छे से समझ में आ गया होगा। आप लोग अगर हमारे आज के इस लेख को पढ़कर थोड़ा सा भी लाभवन हो जायेंगे तो हमे लगेगा की हमारी आज की मेहनत पूरी तरह से सफल हो गयी। आज कल के एडवांस जमाने में हमारा हेर चीज़ केऊपर अच्छा ज्ञान होना बहुत जरूरी है और आपके ज्ञान को और थोड़ा बढ़ाने के लिए हम भी अपना कुछ योगदान देना चाहते है इसलिए आज के इस लेख के जरिए हम आज आपको कुछ नया सिखाने की ख्वाहिश रखते है। इसलिए हमारा आप लोगो से निवेदन है की आप लोग हमारे आज के इस लेख को ध्यान से पढ़िए और कुछ नयी बातो पर जानकारी हासिल करे।
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