कैसे रखे दूसरो के सामने अपने विचार
प्यारे दोस्तों मनुष्य की प्रवृत्ति के अनुसार ही उसके वास्तविक गुणों की विवेचना की जाती है। इंसान की प्रवृत्ति में ही आशावाद और निराशाबाद के गुण
छिपे होते है। सांसारिक परिस्थितियो के प्रति मनुष्य का व्यवहार और नजरिया एक खुश और एक दुखी व्यक्ति के बीच सबसे बड़ा अंतर पैदा करता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि मनुष्य अपने आपको परिवर्तित कैसे करे? दुसरो के सामने अपने विचार कैसे व्यक्त करे? इसी समस्या को हल करने के लिए हम आज कुछ अच्छे और आसान से टिप्स लेकर आये है जिनके द्वारा आप लोग अपने अंदर की बुरी आदतों को दूर करने में सफल होंगे और अपने आप को आसानी से परिवर्तित करने योग्य बनोगे। तो चलिए जानते है की किन - किन तरीको से इंसान अपने आपको बदलने में मदद प्राप्त कर सकते है। सबसे पहले इंसान को अपने आप पर नियंत्रण रखने का प्रयास करना चाहिए। हालत चाहे जैसी भी हो आपको वही फैसला लेना है जो आपको सही लगता हो। कभी कभी ऐसा होता है की हमारा मन हमसे वो करने को कहता है जो एकदम गलत है लेकिन फिर भी हम अपने आपको नहीं रोक पाते। इसलिए हमें खुद पर नियंत्रण रखने का पूरा - पूरा प्रयास करना चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर हम अपने आपको आसानी से परिवर्तित कर सके।
छिपे होते है। सांसारिक परिस्थितियो के प्रति मनुष्य का व्यवहार और नजरिया एक खुश और एक दुखी व्यक्ति के बीच सबसे बड़ा अंतर पैदा करता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि मनुष्य अपने आपको परिवर्तित कैसे करे? दुसरो के सामने अपने विचार कैसे व्यक्त करे? इसी समस्या को हल करने के लिए हम आज कुछ अच्छे और आसान से टिप्स लेकर आये है जिनके द्वारा आप लोग अपने अंदर की बुरी आदतों को दूर करने में सफल होंगे और अपने आप को आसानी से परिवर्तित करने योग्य बनोगे। तो चलिए जानते है की किन - किन तरीको से इंसान अपने आपको बदलने में मदद प्राप्त कर सकते है। सबसे पहले इंसान को अपने आप पर नियंत्रण रखने का प्रयास करना चाहिए। हालत चाहे जैसी भी हो आपको वही फैसला लेना है जो आपको सही लगता हो। कभी कभी ऐसा होता है की हमारा मन हमसे वो करने को कहता है जो एकदम गलत है लेकिन फिर भी हम अपने आपको नहीं रोक पाते। इसलिए हमें खुद पर नियंत्रण रखने का पूरा - पूरा प्रयास करना चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर हम अपने आपको आसानी से परिवर्तित कर सके।
दोस्तों अच्छा इंसान बनने के लिए आपको यह करना होगा की आप जो भी फैसला ले उस फैसले पर सदैव अटल रहे उस फैसले से कभी भी बदलने की इच्छा ना करे अगर आप बार - बार अपने फैसले को बदलते रहे तो दुसरो के मन में बनी आपके प्रति भावना समाप्त हो जायगी और वे आपके सवभाव को बहुत चंचल मानने लगेंगे। और हाँ, ऐसे सवभाव के लोग किसी भी काम को गंभीरता के साथ नहीं कर सकते या फिर उसे करना काफी कठिन होता है। खुद में परिवर्तन करना एक बहुत बड़ा सवाल होता है । इसलिए खुद में परिवर्तन करने के लिए अपने सवभाव में थोड़ी सी गंभीरता बनाना जरूरी है ताकि ज़रुरत पड़ने पर आप बड़ी आसानी से खुद का परिवर्तित कर सके। अपने आपको परिवर्तन करना कोई आसान काम नहीं है इस काम को करने के लिए काफी हिम्मत और हौसला बनाए रखने की ज़रुरत होती है। अगर आप अपने आपको बदलने की कोशिस कर रहे है तो कभी भी हौसला मत छोड़िये। अपने आप में परिवर्तन करने की कोशिश आपके लिए काफी कठोर साबित हो सकती है लेकिन यदि आप हिम्मत और पुरे होसले के साथ आगे बढ़ेंगे तो आप निश्चित रूप से अपने आपको परिवर्तित करने योग्य बन सकोगें।
प्यारे साथियो कभी कभी ऐसा होता है कि हमारा अहंकार हम पर इतना भारी बन जाता है की हम फैसला ही नहीं कर पाते कि क्या सही है और
क्या गलत। अगर हम कुछ ऐसा करने जा रहे है जो गलत हो और कोई दूसरा व्यक्ति हमें ये बता
रहा
है
की हम गलत है फिर भी हम अपने अहंकार के कारण उस इंसान की बातो पर ध्यान नहीं देते। ऐसी हालत में मनुष्य खुद को परिवर्तित नहीं कर सकता इसलिए हमें अपने अहंकार पर काबू करना चाहिए ताकि ज़रुरत पड़ने पर हम अपने आपको आसानी से परिवर्तन कर सके।
सकारात्मक
सुझाव
–
सुझाव
1 - हर समय हर कोई खुस नहीं रह सकता है यह तो हकीकत है। लेकिन कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी खुशियों को निचोड़ लेने का कॉन्फिडेंस इंसान के अंदर होना चाहिए।
सुझाव
2 - निराशवादी लोगो को विभिन वस्तुओ या परिस्थितियों के प्रति नज़रिये में पतिवर्तन करना जरूरी है।
सुझाव
3 - प्रत्येक दिन हम सभी किसी ना किसी टॉपिक पर नाराज तो होते ही है। कभी कभी इस कारण से पूरा दिन बेकार हो जाता है। लेकिन बेहतर सोच और समय के साथ खतरनाक प्रतीत होने वाली घटनाये भी छोटी लगने लगती हैं
सुझाव
4 - किसी परिजन की मृत्यु या कोई बड़ी दुर्घटना हो जाने पर ऐसा प्रतीत होता है कि समझो पहाड़ सा टूट गया हो। किन्तु समय गुजरने के बाद इसका असर धीरे -धीरे कम होता चला जाता है। धीरे धीरे हम इस बात को मान लेते है की इस तरह की घटनाओ को टाला नहीं जा सकता।
सुझाव
5 - एक बूरा इंसान आपको थोड़े समय के लिए परेशान कर सकता है। लेकिन जब आप जीवन के प्रति सकारात्मक सोच अपना लेते है तो किसी भी मुश्किल परिस्थितियों से गुजरना आसान सा हो जाता है।
सुझाव
6 - प्रतिकूल परिस्थितियो से निपटने का बेहतर तरीका ये है की आप सकारात्मक और विजय प्राप्त करने वाले विचारों को अपनाए।
सुझाव
7 - सकारात्मक विचार पर बने रहने का मतलब होता है आधी जंग बिना लड़े ही जीत लेना। सकारात्मक विचारो को अपनाकर ही सफलता और असफलता के बीच अंतर को बाँटा जा सकता है।
सुझाव
8 - यह भी जरूरी नहीं है कि हर परिस्थितियों में सफलता ही मिले। लेकिन हर परिस्थितियों से लाभ तो लिया ही जा सकता है। सकारात्मक व्यवहार हमें सभी तरह की परिस्थितियों से मूल्याङ्कन की क्षमता प्रदान करता है।
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