बिजनेस पार्टनर चुनते समय ध्यान रखें कुछ खास बातें
जब हम बिजनेस करना चाहते है तो अकसर थोड़ी बहुत समस्या तो आती ही है क्योंकि किसी भी नए काम को शुरु करने के पीछे जो संभावित असफलता
का डर होता है वो हमे बहुत हद तक हमे सीमित कर देता है ऐसे में हम अपना जोखिम कम करने और साथ ही समर्थन के लिए चाहते है कि हमारा कोई बिज़नेस पार्टनर हो एक अच्छा तो कितना बेहतरीन चीज़े हो जाये और मैनेजमेंट के साथ-साथ कुछ और चीज़े भी वो सम्भाल सकते है जिस से जल्दी सफलता प्राप्त करने में सहायता मिलती है।
जबकि बात अगर निवेश से जुडी जरूरतों को लेकर साथी बनाने की हो तो आपको संभल कर चलने की जरुरत है। नये वेंचेर या आईडिया के बहाव में आकार जल्दबाजी में कोई व्यापार साथी बना लेना आपके लिए भविष्य में अगर उसके साथ आपकी पटरी नहीं बैठती है तो आपके लिए समस्या खड़ी कर सकता है और सारा काम खुद देखने वाला व्यक्ति अगर कभी भी खुद को आपसे अलग कर लेता है तो आप क्या करेंगे। इसलिए पार्टनर चुनते समय दिमाग से काम लें और ये मुख्य बातें है जो ध्यान में रखें।
समझौता
करें: व्यापार शुरु करने करने की जल्दबाजी के चक्कर में कानूनी औचारिकताओं को नजरंदाज नहीं करें और कोई भी साझेदारी शुरु करने से पहले एक लिखित में समझोता करें जिसमे आप दोनों की हिस्सेदारी और जिम्मेदारी दोनों से जुड़े बाते स्पष्ट रूप से उल्लेख हो । कोई भी विवाद वाली स्थिति न लेकर चले।
कैसा हो पार्टनर:
किसी भी व्यक्ति को साथी नहीं बना लें और अगर आप अपने किसी दोस्त को भी साथी के तौर पर चुनते है तो थोडा उसके काम करने के तरीके और आपके लिए उसकी स्किल्स कैसी है इन बातों की जाँच करलें और अगर किसी अन्य को पार्टनर आप बनाना चाहते है तो आपको उसके बारे में पूरी जानकारी ले लेना जरुरी है ।उसके बैकग्राउंड आदि के बारे में जानकारी हासिल करलें ताकि बाद में आपको तालमेल बिठाने में कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े।
कैसे
हो अलग: Business
में
सक्सेस
होना
चाहते
है
और
टेंशन
कम
से
कम
चाहते
है
तो
शुरु
से
ही
कुछ
पेपरवर्क
करके
चले
और
इसमें
सबसे
मुख्य
रूप
से
आपके
अलग
होने
की
सम्भावना
है
जो
आप
शुरु
में
ही
तय
कर
लें
कि
आपको
कैसे
अलग
होना
है
क्योंकि
ये
जरुरी
है
अगर
आप
टेंशन
फ्री
तरीके
से
काम
करना
चाहते
है
तो
व्यापर
शुरु
करने
से
पहले
ही
लिखित
में तय
करलें कि
किसको क्या
मिलेगा।
भावनाओं में न बहे: बिजनेस में
सक्सेस होना
है तो
भावनाओं में
नहीं बहें
रिश्तेदारों के
दबाव में
आकर कोई
गलत साथी
नहीं चुने
क्योंकि आपका
साथी आपके
बाद वो
इन्सान होना
चाहिए जो
आपकी गैर
मौजूदगी में
आपके आईडिया
को लेकर
उतना ही
गंभीर हो
तो इसलिए
ध्यान रखें।
Take a Look on Below Table
0 comments:
Post a Comment